कुन्दन कुमार/एफ़एमटीएस न्यूज़/मधेपुरा
सुपौल: सरकार के दूरगामी योजनाओं में शुमार नीचे मछली ऊपर बिजली यानी तालाब में लगाये जाने वाले इस प्रोजेक्ट से एक तरफ जहां तालाब के पानी मे मछली का उत्पादन किया जाएगा। वहीं तालाब में ड्रम के सहारे फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा जिसके सहारे बिजली का उत्पादन किया जाएगा। विभागीय सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार यह प्लांट पिपरा प्रखंड के सखुआ गाँव स्थित राजा पोखर में लगाई जाएगी। जिसके लिए सरकार द्वारा निर्देश जारी कर दिया गया है। लिहाजा तैरता हुआ सोलर बिजली प्लांट लगाने की बात से स्थानीय लोगों में हर्ष का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जल जीवन हरियाली अभियान के तहत सरकार के दूरगामी योजनाओं में शुमार सुपौल में तैरता हुआ सोलर बिजली घर बनाने की पहल शुरू की जा रही है।
इस फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट से उत्पादित बिजली स्थानीय ग्रिड से कनेक्टेड होगा। जहां से उत्पादित बिजली ग्रिड से होते हुए सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाई जाएगी। बिजली विभाग के स्थानीय सुनींद्र कुमार ने बताया कि तालाब में स्थापित किये जा रहे इस सोलर बिजली का उद्देश्य नीचे मछली और ऊपर बिजली जिसमे एक साथ दो तरह से उत्पादन होने की तर्ज पर इसे विकसित किया जा रहा है। यह प्लांट ड्रम के सहारे तालाब में तैरती रहेगी। स्थानीय जीप सदस्य विजय शर्मा ने बताया कि यह प्लांट इस क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जायेगी। जो आसपास के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बना रहेगा। साथ ही बिजली का उत्पादन भी बढ़ेगा।बताया गया है कि इसके बन जाने से आसपास के इलाके में बिजली की समस्या भी खत्म हो जाएगी। मालूम हो कि पिपरा के सखुआ स्थित राजा पोखर पर कुछ वर्ष पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंच चुके हैं। जहां उस समय मुख्यमंत्री के आगमन से पहले राजा पोखर का जीर्णोद्धार भी किया गया था। मुख्यमंत्री राजा पोखर पहुँच उसका जायजा भी ले चुके हैं। जिसके बाद पास ही आयोजित जनसभा को भी संबोधित किया था। कहा जाता है कि उस दिन से सखुआ का राजा पोखर राज्य स्तरीय पटल भी स्थापित हो गई।