दयानन्द कुमार/एफ़एमटीएस न्यूज़ /रिपोर्टर पटना
कोरोना महामारी का असर बिहार में होने वाले पंचायत चुनाव पर पड़ा है। 15 जून तक बिहार में नए त्रिस्तरीय पंचायत समितियों का गठन कर लेना था, लेकिन कोरोना को लेकर चुनाव नहीं हो पाया है। इससे पंचायत प्रतिनिधि पशोपेश में है कि 15 जून के बाद उनका काम कौन करेगा।
इस बीच बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ के अध्यक्ष अशोक सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर यह अपील की है कि जब तक चुनाव नहीं हो जाता तब तक पुराने जन प्रतिनिधियों के पास ही अधिकार रहे, ताकि पंचायत में होने वाले काम को सुचारू रूप से चलाया जा सके।
अब इस मसले पर बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ के अध्यक्ष के समर्थन में BJP सांसद और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रामकृपाल यादव भी आ गए हैं। BJP सांसद रामकृपाल यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर कहा है कि केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक के जन सरोकार के काम त्रिस्तरीय पंचायत समिति के सदस्य ही करते हैं। ऐसे में जब तक चुनाव नहीं हो जाता है। तब तक पुराने जन प्रतिनिधियों के पास ही अधिकार रहने चाहिए, ताकि काम को बेहतर तरीके से किया जा सके।
रामकृपाल यादव ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि चुनाव नहीं होने की वजह से पंचायती राज व्यवस्था के समक्ष संवैधानिक संकट पैदा हो जाएगा। केंद्र सरकार और राज्य सरकार की अधिकतर योजनाएं जो पंचायत के विकास से संबंधित है, उनके कार्यान्वयन में भी प्रशासनिक संकट पैदा होने की स्थिति है। वैसी अपरिहार्य स्थिति में बिहार सरकार को किसी विधि सम्मत निर्णय लेना होगा ताकि त्रिस्तरीय पंचायत राज व्यवस्था प्रभावी ढंग से गांव के विकास में काम करती रहे।