चंदन कुमार/एफएमटीस न्यूज़/मोतीहारी
मोतिहारी। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि मेहसी की लीची पूरे देश मे गुणवत्ता के मामले में अव्वल है। इसका सैंम्पल भी उन्होंने सरकार को भेजा है। राज्य का एक मात्र क्षेत्र है मेहसी जो अकेले पचास प्रतिशत लीची की आपूर्ति करता है। अगर इसकी विपणन की व्यवस्था नही होगी तो कोई फायदा नहीं है। उत्पादन की गिरावट पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि समस्याओं का रूप बड़ा है। खोती जा रही मुकाम को हासिल करने के लिए किसानों को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। किसान लीची की खेती के लिए उद्यान विभाग द्वारा जारी मासिक कलेंडर का अनुसरण कर स्टिग बग जैसे कीटो पर जहां काबू पा सकते हैं।
वही बेहतर उत्पादन भी प्राप्त कर सकते है। कहा कि उद्यान व कृषि विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से पहल कर लीची के जो अच्छे किसान हैं उनके बागों में किसानों को लेकर जाएं और उनके अनुभव का लाभ ले। इससे अन्य किसानों को उनके अनुभव का लाभ तो मिलेगा ही उनमे आत्मविश्वास भी पैदा होगी। उन्होंने भारत सरकार द्वारा निबंधित लीचीपुरम फ्रुटएग्रो प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड मेहसी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि मेहसी की लीची की खरीदारी के लिए तिरहुत वेजिटेबल एवम मार्केटिग कंपनी को निर्देश दिया है। साथ ही किसानों को कॉपरेटिव से जोड़ते हुए लीची से बेहतर उत्पाद बनाने पर पहल करे। बाजार वे उपलब्ध करवाएंगे। वर्तमान में किसानों को उनके मेहनत का 37 प्रतिशत लाभ मिल पाता है। शेष बिचौलियों के हाथ मे होता है। सीधा जब किसान संस्था से जुड़ेंगे तो उन्हें उनके उत्पादन का 70 प्रतिशत का मुनाफा होगा। इस बीच किसानों का प्रतिनिधित्व करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अमर ने मेहसी में 11 हजार हेक्टेयर में होने वाली लीची के बागों में 07 हजार हेक्टयर लीची के फसल का स्टिग बग से प्रभावित होने का मामला उठाते हुए बर्बाद फसल का मुआबजा, बचे फसल का विपणन, लीची का इंसयोरेन्स सहित अन्य समस्याओं पर जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया। उपरोक्त बिदु पर जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए लीची के बागों का निरीक्षण कर क्षति का आकलन किया साथ ही लीची के बचाव को लेकर राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र मुसहरी मुजफ्फरपुर के निदेशक डॉ शेषधर पांडेय व केवीके पिपरा कोठी के वैज्ञानिक ठाकुर प्रसाद महतो के साथ व्यापक विचार विमर्श किया। जिलाधिकारी ने कहा कि मुआवजा को लेकर वे सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कम्पनी के अध्यक्ष सत्यदेव शर्मा व संचालन सुदिष्ट नारायण ठाकुर ने किया। कार्यक्रम के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता सत्यम वत्स ने जिलाधिकारी को मोरगांव का प्रतीक चिन्ह मोर की तस्वीर भेंट की। लीची व्यापार के लिए व्यापारियों को मिलेंगे 24 घंटे कार्य करने का पास जिलाधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन से लीची व्यवसाय को प्रभावित नही होने दिया जाएगा। लीची की तुड़ाई, पैकेजिग, ढुलाई व विपणन के लिए उन्हें 24म7 कार्य करने का पास निर्गत किया जाएगा। उन्होंने सहायक निदेश उद्यान डॉ श्रीकांत को व्यपारियो को बिना बिलम्ब किए पास निर्गत करने का निर्देश दिया। इस बीच ऑन द स्पॉट कई पास निर्गत किए गए। कहा कि व्यापारी पास के लिए आवेदन दे। उन्हें तुरंत पास निर्गत किया जाएगा।वे इस पास के आधार पर देश के किसी राज्य में अपना लीची विपणन हेतु भेज सकेंगे। लीचीपुरम फ्रुटएग्रो मेहसी को मिलेगी कृषि से संबंधित दवा विक्रय का लाइसेंस लीचीपुरम फ्रुटएग्रो मेहसी के मांग पर जिलाधिकारी ने कृषि सम्बंधित दवाओं के क्रय विक्रय का लाइसेंस निर्गत करने हेतु जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद को सीघ्र आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कम्पनी ऑन लाइन लाइसेंस लेने की प्रक्रिया को पूरी करें। उन्हें एक माह के अंदर लाइसेंस निर्गत कर दिया जाएगा। साथ ही उन्हें अनुदानित दर पर जिला के साथ साथ ब्रांडेड कम्पनी की दवा उपलब्ध कराई जाएगी। मौके पर ये थे उपस्थित.