वरुण कुमार सिंह/एफ़एमटीएस न्यूज़
बिहार के सारण जिले मे स्थित परसा के सदर अस्पताल से एक बड़ी खबर सामने आई हैं। दरीयपूर प्रखंड मे परशुरामपुर गांव के रहने वाले एक शक्स जिनका नाम निशांत चौहान है, जिन्होंने हमारे रिपोर्टर से बातचीत के दौरान यह साझा किया।
17 अप्रैल 2021 को उन्होंने covid- antigen टेस्ट करवाया था, जिसमें उनका रिपोर्ट पौजिटिव बताया गया था। और फिर 1 मई 2021 उनके फोन में मैसेज आया कि उनका रिपोर्ट नेगेटिव पाया गया।और फिर 17 मई को तीसरी बार उन्हें बार बताया गया कि वो नेगेटिव पाए गए है।
जबकि निशांत जी का कहना है उन्होंने तीसरी बार जांच कराया ही नहीं है। और सिर्फ वहीं नहीं उनके अलावा कई और भी लोग हैं, जिनके ऐसी घटना हो चुकी है। इस मामले की जानकारी निशांत चौहान ने सारण जिला के जिलाधिकारी और स्वास्थ्य department को भी ट्विटर पर ट्वीट कर दिया पर उन्हें अब तक इस बारे मे किसी प्रकार के उत्तर नहीं मिले हैं।निशांत जी का कहना है कि वो लोगों डाटा का इस्तेमाल कर सरकार की आँखों में धूल झोंक रहे है और covid के टेस्टिंग किट को बाहर मारकेट मे ब्लैक मे बेच रहे हैं।
इन सभी बातों से साफ जाहिर होता है कि परसा स्थित सदर अस्पताल में क्या हो रहा है।
क्या वहां के कर्मचारी सरकार की आंखों में धुल झोंक कर covid-testkit का हेर फेर कर रहे है और अपनी जेबें गर्म कर रहे हैं? अगर ऐसा ही चलता रहा तो सायद हमारा समाज इस कोरोना जैसी महामारी से कभी उभर नहीं पायेगा।
अगर इस संक्रमण जैसी महामारी मे भी अस्पताल के कर्मचारी अपनी जेब भरने में लगे रहे तो हमारे देश का रसातल मे जाना निश्चित है
मेरे रिपोर्टर वरुण सिंह एफ़एमटीएस न्यूज़ के तरफ सरकार और प्रशासन से दरख्वास्त करता है कि अस्पताल मे ऐसे हो रहे हेर-फेर को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए।