दयानंद कुमार / एफएमपीएस न्यूज़ /रिपोर्टर
पटना. लोक जनशक्ति पार्टी (LJP)में टूट के बाद एनडीए (NDA) में शामिल छोटे दल के नेता चुप हैं. हम पार्टी के अध्यक्ष जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) और वीआईपी चीफ और नीतीश कैबिनेट में मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) चुप रहकर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं. इसी बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी गुरुवार को अचानक मुख्यमंत्री आवास नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मिलने पहुंचे. हम के मुखिया मांझी करीब एक घंटे तक सीएम हाऊस में रहते हैं. इसके बाद वे सीधे अपने सरकारी आवास पर जाकर चुप्पी साध लेते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद मांझी की चुप्पी पर राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चा शुरू है.
बता दें कि पूर्व सीएम जीतनराम मांझी गुरु वार की शाम करीब पांच बजे सीएम नीतीश कुमार के आवास पहुंचते थे. मांझी और सीएम नीतीश कुमार की करीब एक घंटे से अधिक देर तक बंद कमरे में मुलाकात होती है. इसके बाद जीतनराम मांझी लगभग साढ़े 6 बजे मुख्यमंत्री आवास से निकलकर अपने सरकारी आवास पर पहुंचते हैं. इस दौरान हम सुप्रीमो ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली.
मीडिया से बचते दिखे जीतन मांझी
नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद जीतनराम मांझी मीडिया से बचते दिखे. छोटे-छोटे इश्यू पर बात करने वाले जीतनराम मांझी ने चुप्पी साध ली और कुछ भी नहीं बोला. अब सीएम नीतीश से मुलाकात के बाद मांझी की चुप्पी से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.इधर, कुछ दिन पहले जीतनराम मांझी ने पार्टी की मीटिंग में कहा था कि दलितों के कई इश्यू है जो आज भी सॉल्व नहीं हुआ है. वे इन तमाम मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे और उनके सामने अपनी बात रखेंगे. जानकार बताते हैं कि अगर सिर्फ इतनी सी बात होती तो वे मीडिया के सामने खुलकर बोलते. अब मांझी की चुप्पी से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.