कुन्दन कुमार/एफ़एमटीएस न्यूज़/सावंदता
बिहार में शराबबंदी कानून को लागू हुए लंबा वक्त बीत चुका है, मगर शराब माफिया और तस्कर अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे। बिहार पुलिस लगातार पूरी सख्ती और तत्परता से शराब के सक्रिय कारोबारी और माफियाओं को पकड़ने का अभियान चला रही है। हालांकि इन सबके बावजूद यह कारोबारी अलग-अलग जुगत भिड़ा कर बिहार में शराब सप्लाई कर रहे हैं। रेल मार्ग और सड़क मार्ग के बाद अब इनका नया रास्ता है जलमार्ग। जी हां, पटना पुलिस ने गंगा नदी के उस पार से शराब की खेप पटना लाने की पुष्टि की है।
पटना सिटी के मालसलामी थाना क्षेत्र के दमराही घाट इलाके से पुलिस ने शराब बरामद करने में सफलता हासिल की है। इस संबंध में पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उन्होनें इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।
जलमार्ग से शराब लाने का संभवतः यह पहला मामला हो सकता है। पुलिस को गंगा पार से शराब की खेप आने की सूचना मिली और इसके आलोक में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 400 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद करने में सफलता हासिल की है।
हालांकि पुलिस को आता देखकर शराब के कारोबारी अपनी कार छोड़कर घटनास्थल से फरार हो गए। कार में ही शराब को रखा गया था और कार सहित शराब बरामद कर लिया गया है। इस मामले में पुलिस कार के नंबर और रजिस्ट्रेशन के आधार पर मालिक तक पहुंचेगी और उचित कार्रवाई करेगी।
पटना. अंधविश्वास ऐसा जहर है जो लोगों की सोच को कुंद कर देती है. बिहार और झारखंड जैसे प्रदेशों के ग्रामीण इलाकों में आज भी इसके मकड़जाल में अधिकतर लोग फंसे हुए हैं. इस चक्कर में आकर कई बार लोग अपना सबकुछ दांव पर लगा देते हैं. हालांकि कई बार इसकी आड़ में कई बार बेजा आरोप भी लगा दिए जाते हैं जबकि मामला कुछ और ही निकलता है. बिहार के औरंगाबाद से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया है कि एक तांत्रिक सपने में उसके साथ बार-बार दुष्कर्म करता है. पुलिस इस अजीबोगरीब मामले की जांच में जुटी है।
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि कुडवा थाने के गांधी मैदान इलाके की रहने वाली महिला ने इस साल जनवरी में तांत्रिक प्रशांत चतुर्वेदी से संपर्क किया था, क्योंकि उसका बेटा गंभीर रूप से बीमार था।
मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, महिला ने तांत्रिक के कहने पर अपने बेटे के ठीक होने के लिए तंत्र-मंत्र की अनुष्ठान प्रक्रिया करवाई थी, लेकिन उसके बेटे की 15 दिन बाद मौत हो गई.
कुडवा थाने के एसएचओ अंजनी कुमार ने बताया कि अपने बेटे की मौत के बाद महिला काली बाड़ी मंदिर गई, जहां चतुर्वेदी रहता है और उससे यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि उसके बेटे की मौत कैसे हुई. महिला ने आरोप लगाया कि चतुर्वेदी ने उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया, लेकिन उसके बेटे ने उसे बचाया. उसने आगे आरोप लगाया कि चतुर्वेदी तब से उसके सपने में आ रहा है और बार-बार उसके साथ दुष्कर्म कर रहा है।
एएचओ ने कहा कि उस समय महिला ने पुलिस में शिकायत नहीं की थी. एसएचओ ने कहा कि चूंकि हमें चतुर्वेदी के खिलाफ लिखित शिकायत मिली थी, हमने उससे पूछताछ की. चतुर्वेदी ने शिकायतकर्ता को जानने से इनकार करते हुए कहा कि वह उससे कभी नहीं मिला. चूंकि हमारे पास चतुर्वेदी के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, इसलिए हमने उसे बॉन्ड दाखिल करने के बाद रिहा कर दिया।