अजीत सिंह राजपूत/एफ़एमटीएस न्यूज़
BJP प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सोशल मीडिया के जरिए विरोधी दलों को निशाने पर लिया है। उन्होंने लिखा कि अब राजनीतिक तौर पर पटना शहर का नाम बदल कर विरोधी नेता सेवा शहर कर देना चाहिए, क्योंकि राजनीति भी अजीब चीज है।
बिना नाम लिए तेजस्वी को घेरते हुए उन्होंने लिखा कि राघोपुर की जनता आपको विधायक बनाती है, फिर भी अस्पताल पटना में ही खोलेंगे। भाई के मंत्री रहते एक मेडिकल कॉलेज ही राघोपुर में खोल देते या खुद मंत्री रहते एक पुल ही बना देते तो पीपा पुल पर लोगों की मौतें नहीं होतीं।
BJP अध्यक्ष ने आगे लिखा कि यहां तो मूल उद्देश्य सेवा नहीं, छपास है। छपास के लिए तो सेवा पटना में ही करनी पड़ेगी। परिवार के पद चिन्हों पर चल रहे हैं, मुख्यमंत्री रहते परिवार का सिद्धांत था कि विकास से कभी वोट नहीं मिलता है और महोदय ने भी मंत्री रहते इसका ईमानदारी से पालन किया। इनका उद्देश्य अगर अस्पताल खोलना होता तो सिविल सर्जन एवं जिलाधिकारी को सूचना देते, पर असली उद्देश्य तो दिखावा है।
इसलिए यह सीधा मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को ही सूचित करेंगे। माननीय जी, 3 दिन पहले मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखते हैं कि सेवा करना चाहते हैं। जैसे सेवा करने में भी रोक है और मुख्यमंत्री से ही इसकी परमिशन लेनी पड़ती है।
पप्पू यादव को अप्रत्यक्ष रूप से निशाने पर लेते हुए BJP प्रदेश अध्यक्ष ने लिखा कि हमारे दूसरे नेता जी विधायक और सांसद पूर्णिया और मधेपुरा से रहे, पर समाज सेवा तो पटना में ही करेंगे। नहीं तो रोज छपास कैसे होगा। उन्होंने लिखा कि दोनों का उद्देश्य कभी सेवा रहा ही नहीं, सारा कमाल उस 30% वोट का है जो बिना कुछ किए एक को मिल जाता है और दूसरा उसके लिए लपलपा रहा है। मैंने प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर अपने सभी विधायक, सांसद और मंत्रियों को निर्देशित किया है कि अपने गृह जिले की चिंता करें और प्रभारी जिले का ध्यान रखें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष होने के बावजूद मैं खुद भी अपने लोकसभा में हूं।