पवन कुमार मिश्रा /एफएमटीएस न्यूज/मुंगेर
मूंग का फसल लगाने वाला किसान के आंखों में कभी खुशी की चमक देखी जाति और कभी गम के आंसू मौसम के बदलते मिजाज ने किसान को बेदम कर दिया है मूंग की लहलहाते फसल देख कर खुशी होती हैमौसम के बदलते मिजाज ने किसान को बेदम कर दिया है मूंग की लहलहाते फसल देख कर खुशी होती ह लेकिन जियो ही बारिश होता है किसान के मुंह से आनायास हि निकला पड़ता कि फसल गया कारण भीषण गरमी से ही मुंग में फूल और फल आते हैं नहीं तो पौधे ही बड़े और लहलहाते दिखाई पड़ता हैं अभी की स्थिति कुछ ऐसी ही है वरिष्ठ किसान श्री बिंदेश्वरी यादव का कहना है पिछले साल मुंग का फसल काफी अच्छा हुआ था।
इस कारण इस साल किसान ने बहुत सारी जमीन में मुंग लगाया बरसात के कारण पौधा काफी अच्छा है किंतु अब तक पौधे में फूल नहीं आया है फसल का उपज अच्छे ढंग से हो ऐसा संभव नहीं दिख रहा है गांव मालचक के वरिष्ठ किसान विपिन झा का कहना है इस बार वीज और जोताई का खर्च भी वापस आ जाए तो काफी है किसान शंभू मिश्रा, विकास ठाकुर,लड्डू मंडल ने भी सहमति जताई।