कुन्दन कुमार / एफएमटीएस न्यूज / रिपोर्टर
सुपौल। निर्माणाधीन एनएच 106 राहगीरों के लिए कोढ़ में खाज बन चुका है। कई वर्षों से निर्माण कार्य की सुस्त रफ्तार अब लोगों को अखडऩे लगी है। हालत यह है कि लोग अपने सफर में एनएच की बजाय ग्रामीण सड़कों को ही अधिक तरजीह दे रहे हैं। इसपर यात्रा करना लोग खतरे को निमंत्रण देना मानते हैं।
वीरपुर अनुमंडल क्षेत्र में लंबे समय से निर्माण कार्य जारी रहने के बावजूद सवारी गाडिय़ों और मालवाहक वाहनों को अब भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वीरपुर से राघोपुर प्रखंड के सिमराही तक तो बारिश के महीने में जगह-जगह जलभराव एवं कीचड़ में सनी सड़क राहगीरों से लेकर स्थानीय व्यापारियों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है
भीमनगर से राघोपुर तक अभी तक पूर्ण निर्माण कार्य नहीं हो पाया है। कहीं मिट्टी डालकर छोड़कर दिया गया है तो कहीं मिट्टी के साथ मिक्स गिट्टी बिछा हुआ है। कहीं-कहीं पीङ्क्षचग हुआ है तो कुछ जगहों पर तो एक तरफ मिट्टी डालकर सड़क को ऊंचा कर दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ हल्की बारिश होते ही तालाब सा नजारा दिखने लगता है। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि सड़क पर कच्छप गति से जारी निर्माण कार्य के दौरान जगह-जगह मिट्टी डाल कर छोड़ दिया गया है। बारिश में मिट्टी गीली होकर कीचड़ में तब्दील हो गई है। वाहनों के आवागमन से इसकी स्थिति बदतर हो गई है। बारिश के बाद उड़ती धूल परेशानी का कारण बन जाती है। लोगों का कहना है कि मानसून अभी परवान भी नहीं चढ़ा है। जब शुरुआती दौर में ही यह हालत है तो मानसून के जोर पकडऩे के बाद एनएच 106 पर आवागमन खतरे से खाली नहीं रहेगा।
निर्माण के लिए निर्धारित हुआ था महज 36 महीने का समय
भागलपुर जिले को कोसी के जिलों से जोडऩेवाली