कुन्दन कुमार / एफएमटीएस न्यूज / रिपोर्टर
मधेपुरा/ सरकार हर घर को पक्की सड़क से जोड़ने के लिए अपनी महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना में पक्की नली-गली योजना चला रखी है लेकिन मधेपुरा नगर परिषद् अंतर्गत संयुक्त कृषि भवन और डीआरसीसी तक जाने के लिए लोगों को कीचर युक्त रास्ते से गुजरना पड़ रहा है. 900 फिट की यह महत्वपूर्ण सड़क न तो जिला प्रशासन की प्राथमिकता में है न नगर परिषद् की और न एमपी-एमएलए के.
सरकार हर घर को पक्की सड़क से जोड़ने के लिए पक्की नली-गली योजना चला रखी है लेकिन सरकार और प्रशासन की किसानो के प्रति संवेदनहीनता कहें या लापरवाही कई वर्ष बीतने के बाद भी मधेपुरा जिला के संयुक्त कृषि भवन तक जाने के लिए आज तक सड़क का निर्माण नहीं हुआ है.
इस इस चमचमाती संयुक्त कृषि भवन में जिला कृषि कार्यालय के अतिरिक्त आधा दर्जन से अधिक सरकारी कार्यालय हैं.चाहे खनन विभाग हो या माप तौल और जिला समादेष्टा क भी कार्यालय इसी परिसर में है लेकिन यहाँ मुख्य सड़क से आने का रास्ता कीचड़युक्त है. लिहाजा यहाँ आने वाले अधिकारी और कर्मचारी को परेशानी तो होती ही है किसान और आम लोग भी परेशान रहते हैं.
कार्यालय तक पहुँच पथ नहीं होने से जिला कृषि पदाधिकारी भी परेशान है.अन्य दिनों तो किसी तरह लोग आ जा जाते हैं लेकिन बारिस के समय किचार भरे रास्ते पर चलना लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता है. इसके लिए वे कई बार जिलाधिकारी और नगर परिषद् को पत्राचार भी किये वार्ड आयुक्त से भी सड़क निर्माण की मांग की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.उन्होंने कहा चूँकि कार्यालय किसान से सम्बन्धित है तो कई बार बुजुर्ग किसान भी यहाँ पहुँचते है लेकिन कीचड़युक्त सड़क के कारण वो कई बार गिर जाते है.इसका अविलम्ब जीर्णोधार होना चाहिए.
बहरहाल जिला कृषि पदाधिकारी कई बार पत्राचार कर चुके हैं अब देखना यह है की नगर परिषद् और जिला प्रशासन की आँखें कब खुलती है.