सुनील कुमार की रिर्पोट
मोतिहारी से बड़ी ख़बर आ रही हैं स्कार्पियो की ठोकर से बाइक सवार युवक की मौत मृतक युवक की नही हो सकी है पहचान मुफस्सिल थाना के बसंतपुर चौक की है घटना ।
दूसरी ख़बर
पहाड़पुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव में जमीनी विवाद में हुई मारपीट में एक महिला की हुई मौत। मृत महिला की पहचान मोहर्रम मियां की पत्नी सितारों खातुन के रुप में किया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजा। पांच लोगो पर हुआ प्राथमिकी। विवाद सगे भाई से था।
तीसरी ख़बर
FIR दर्ज नहीं कराने वालों के खिलाफ दर्ज होगी प्राथमिकी : 131 फर्जी शिक्षकों के मामले में नियोजन ईकाई को डीएम ने दी अंतिम चेतावनी
एफएमटीएस न्यूज़✍️ मोतिहारी में फर्जी शिक्षक अभ्यर्थियों पर ढाई महीने से करवाई नही होंने पर “मोतिहारी में DEO ने DM के पाले में डाली गेंद’ जिसपर मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने संज्ञान लेते हुए न केवल जिला के सभी नियोजन इकाई को एक सप्ताह के अंदर चिह्नित 131 फर्जी शिक्षक अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है, अपितु फर्जी शिक्षक अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज नही करने वाले नियोजन इकाई को फर्जीवाड़ा में संलिप्त मानते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।
नियोजन अधिकारियों में हड़कंप
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने सख्त निर्देश दिया है कि सात दिनों के अंदर 131 फर्जी प्रमाणपत्र पर नियोजित अभ्यर्थियों पर संबंधित नियोजन इकाई प्राथमिकी दर्ज नहीं करता है तो नियोजन इकाई के साथ साथ फर्जी प्रमाणपत्र वाले अभ्यर्थी पर प्राथमिकी दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि फर्जी प्रमाणपत्र वाले अभ्यर्थियों पर आदेश के बाद भी प्राथमिकी दर्ज नही करना नियोजन इकाई की संलिप्ता को दर्शाता है। नियोजन इकाई निर्धारित समय मे करवाई नहीं करेगी तो स्वयं पर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। डीएम के निर्देश के बाद फर्जीवाड़ा में शामिल नियोजन इकाई में हड़कंप मचा हुआ है।
यह है पूरा मामला
मोतिहारी में शिक्षक नियोजन में प्रथम चरण में 93 शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया था। डीएम के निर्देश पर डीईओ,डीपीओ स्थापना सहित कमिटी बनाकर शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा को रोकने के लिए शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र का जांच कराया गया। शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र जांच में फर्जी प्रमाणपत्र वाले अभ्यर्थियों की संख्या 131 हो गयी। डीईओ द्वारा ढाई महीने में कई बार नियोजन इकाई को फर्जी प्रमाणपत्र वाले अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पत्राचार किया गया। लेकिन कोई नियोजन इकाई द्वारा फर्जी अभ्यर्थियों पर करवाई नही किया गया।
इसलिए फर्जी शिक्षकों को बचा रही नियोजन ईकाई
सूत्रों की माने तो नियोजन इकाई फर्जी शिक्षक अभ्यर्थियों पर करवाई करे तो कैसे करे। फर्जी अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर फर्जीवाड़ा का खेल खेला गया था। अगर नियोजन इकाई फर्जी अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज करती है तो अभ्यर्थियों को उससे वसूली गयी मोटी रकम को वापस करना होगा।हालांकि शिक्षक नियोजन इकाई के फर्जीवाड़ा के खेल में जिला शिक्षा कार्यालय से लेकर प्रखण्ड स्तर पर बड़ा सिंडिकेट से इंकार नही किया जा सकता। लेकिन इस बार डीएम के फर्जीवाड़ा को रोकने की निर्णय से बड़ी खुलासा हुआ है।
सही और सटीक जानकारी के लिए लगातार visit करे www.fmtsnews.com